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बिहार के सीतामढ़ी में अचानक महाराष्ट्र पुलिस ने दस्तक दे दिया, जिसे देख लोग हैरान रह गए कि आखिर ये पुलिस यहां क्या कर रही है. फिर जब मामले से उठा पर्दा तो लोगों के होश उड़ गए. आइए जानते हैं कि पूरा माजरा क्या…और पढ़ें
सीतामढ़ी:- जिले के परिहार थाना के साथ अचानक इस गांव में पहुंची. महाराष्ट्र पुलिस को देख गांव के लोग भौचक्के रह गए. वह भी, जब साधारण तरीके से रहने वाले एक युवक के घर पहुंची, तो लोग कुछ समझ नहीं पाए और पुलिस ने उसके घर से एक युवक को गिरफ्तार कर लिया. दरअसल, वह युवक महाराष्ट्र के एक आदमी को सीबीआई बनकर करीब 11 लाख रुपए लूटे थे. इस बात का पता चलते ही लोगों के होश उड़ गए. जिसने इस घटना को अंजाम दिया है, वह इस तरह का दिखता ही नहीं था.
जानें क्या था पूरा माजरा
मिली जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी खुद को सीबीआई ऑफिसर बताकर लाखों रुपए की ठगी किया है. आरोपी को परिहार के महादेवपट्टी से गिरफ्तार किया गया. महाराष्ट्र से आई पुलिस ने परिहार थाना पुलिस के सहयोग से उसे गिरफ्तार किया. गिरफ्तार आरोपी की पहचान महादेवपट्टी निवासी रजाक अंसारी के पुत्र सलीम अंसारी के रूप में हुई है. गिरफ्तार आरोपी को न्यायालय की इजाजत से महाराष्ट्र पुलिस अपने साथ लेकर गई है. मिली जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र के पुणे निवासी सोमनाथ चटर्जी को वीडियो कॉल कर आरोपी ने खुद को सीबीआई का ऑफिसर बताया.
वीडियो कॉल कर लगाया मनी लांड्रिंग का केस
इस कार्य में सलीम के अलावा एक और आरोपी शामिल था, जो सीबीआई का सीनियर ऑफिसर बनकर पीड़ित से बात करता था. आरोपी ने वीडियो कॉल कर पीड़ित को कहा कि मनी लांड्रिंग के एक केस में आपके खिलाफ सबूत मिले हैं. फिर कॉल के माध्यम से ही सोमनाथ को डराया गया. पीड़ित को यकीन दिलाने के लिए वह अपनी वर्दी वगैरा भी दिखाया करता था. आरोपियों ने बाद में उन्हें एक अकाउंट नंबर देकर कहा कि यह कोर्ट का अकाउंट नंबर है.
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एक साथ इतने पैसों की ठगी
फिर कहा कि आप अपने सारे रुपए इस अकाउंट में ट्रांसफर कर दें, 24 घंटे बाद आपके सारे पैसे वापस मिल जाएंगे. इस तरह कोर्ट को यकीन हो जाएगा और आप खुद से बरी हो जाएंगे. इस प्रकार सोमनाथ चटर्जी ने उस अकाउंट में 10 लाख 70000 रुपए ट्रांसफर कर दिए. 24 घंटे बाद पैसा वापस नहीं मिलने पर उन्होंने आरोपी को फोन किया। लेकिन उनका फोन स्विच ऑफ मिला, जिसके बाद पीड़ित को ठगी का एहसास हुआ.