गिड़गिड़ाने पर हॉटागर्म वॉर, नोएडा ने अब नीतीश का गुणगान-तेजस्वी का वीडियो दिखाया


बिहार में तालाबन्दी और तालाबन्दी के बीच वीडियो गोदाम है। प्रारंभिक शुरुआत में एक वीडियो से की गई थी, और दावा किया गया था कि नीतीश कुमार गिड़गिड़ा रहे थे। वहीं आज नोएडा ने नीतीश कुमार का गुणगान करते हुए मूर्ति यादव और युवा यादव के दो वीडियो जारी किए हैं। वहीं मंत्री अशोक चौधरी ने तीन वीडियो जारी किए।

बिहार में इन दिनों एलिवेटर यादव की मौजूदगी और नीतीश कुमार के नामांकन के बीच वीडियो बर्बादी हुई है। राजद के एक वीडियो के बदले नामांकन ने दो वीडियो जारी किए। हालाँकि इसके आरंभिक प्रतिद्वंद्वी नेता तेजी से दावा पेश कर रहे थे। जिसमें कहा गया था कि नीतीश कुमार गिड़गिड़ाए थे, और विकलांगता की मांग कर रहे थे, जिसके बाद नोएडा ने चुनौती दी थी कि अगर युवाओं के पास ऐसा वीडियो है, तो उसे सार्वजनिक करें। 13 सितंबर को अरुणाचल प्रदेश के अध्यक्ष जगदानंद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक वीडियो जारी किया। जो 8 अक्टूबर 2022 का बताया गया है। जिसमें नीतीश कुमार राबड़ी देवी और तेज गति के कार्यक्रमों को प्रदर्शित कर रहे हैं।

जिस पर नामांकित व्यक्तियों ने प्रश्नावली करते हुए पूछा कि क्या वीडियो का आधिपत्य और जनजाति के पास है? वीडियो में जो दिख रहा है वो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मैनर्स भाव को दर्शाता है। जो हर सैनिक नागरिक का संस्कार होता है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी की पूजा की थी तो उन्होंने भी सामने आकर हाथ मिलाया था. उस वीडियो को जारी कर राजकुमार ने कहीं न कहीं राबड़ी देवी को भी कटघरे में खड़ा किया है।

ये भी पढ़ें:गिड़गिड़ाए… 2-3 बार कल्याण कर नीचे, अब कोई मतलब नहीं; नवीन पर शुरुआती का बयान

अब इस एपिसोड में आज (शनिवार) को तालाबंदी ने लैपटॉप के बयान और उनके ओर से जारी वीडियो के जवाब में दो वीडियो जारी किए हैं। जिसमें उन्होंने युवा यादव की बातें सार्वजनिक की हैं। शनिवार को पूर्वी प्रदेश कार्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद, विधानपार्षद सह मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार, प्रदेश प्रवक्ता डॉ. निहोरा प्रसाद यादव एवं महिला प्रदेश अध्यक्ष सह प्रदेश प्रवक्ता डॉ. भारती गवाह ने कहा कि इस वीडियो में युवा यादवों के छात्रावास से लेकर राजद तक के दोनों दावे निराधार साबित होते हैं। यही नहीं, राजद का पोल भी खुल गया है।

ये भी पढ़ें:जदयू ने राजद के वीडियो का ऑडियो मांगा; नीतीश के गिड़गिड़ाने वाले दावे पर बढ़ा दिया गया दावा

नोएडा द्वारा जारी वीडियो में युवा यह कहते दिख रहे हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें काम करने का मौका दिया है। दूसरे वीडियो में शिक्षक संघ के संदर्भ में युवा यादव कहते हैं कि नीतीश कुमार देखने वाले नहीं बल्कि करने वाले नेता हैं। संस्थापक प्रचारकों ने कहा कि तेज यादव ने दावा किया है कि उन्होंने सुपरमार्केट का कल्याण किया और उनके द्वारा सचिवालय की सदस्यता भी ली गई। मगर लेकिन युवा यादव अपने पुराने ऑफिस में नौकरी का श्रेय भी नीतीश कुमार को दे रहे हैं और स्नातक भी बन गए हैं। ऐसे में युवाओं का ताजा दावा उनकी पुरानी बातें कहीं नहीं मिलतीं। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि नीतीश कुमार जो कुछ भी हैं, वे दोनों ही विकलांग हैं।

वहीं इस मामले में ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी ने पार्टी के नेता तेजस्वी यादव के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि राजद का काम एक बात को बढ़ावा देना है। शनिवार को उन्होंने अपने आवास पर रेस्तरां से बात करते हुए तीन वीडियो भी जारी किए। और कहा कि इस वीडियो से ‘तेजस्वी के आंकड़े’ का सार सामने आ गया है। बौद्ध प्रसाद स्वीकारोक्ति कर रहे हैं कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाने में नीतीश कुमार की ही भूमिका है।

ये भी पढ़ें:नीतीश की एक ही उपलब्धि, वो किसी के साथ कहीं भी जा सकते हैं; वीडियो चैलेंज राजद पर

इसी तरह के एक और वीडियो में तेजस्वी यादव भी मान रहे हैं कि नीतीश कुमार ने ही स्कूल में नौकरी दी है। गांधी मैदान में उन्होंने इस प्रस्ताव को सार्वजनिक रूप से स्वीकार कर लिया। इसी तरह के तीसरे वीडियो में स्पष्ट है कि भगवान प्रसाद ने पहली बार की थी। उन्होंने सबसे पहले नीतीश कुमार को फोन किया था. खुद भगवान प्रसाद यादव कह रहे हैं सबसे पहले हमने नीतीश जी को फोन किया था। नीतीश जी हमारे पास नहीं आये, बल्कि हमने पहले नीतीश जी को फोन किया। यह 2015 की पहली बात है।



Source link

Share and Enjoy !

Shares
Shares