बेगूसराय से पश्चिम बंगाल के शांति निकेतन तक पर्यावरण संरक्षण के लिए एक अनूठी पहल शुरू की गई है। दो दर्जन से अधिक युवाओं ने 3 फरवरी को 350 किलोमीटर की साइकिल यात्रा शुरू की, जो 7 फरवरी को विश्व भारती, शांति निकेतन में समाप्त होगी।
।
यात्रा का पहला पड़ाव जमुई रहा, जहां युवा बीहटा, बड़हिया, अशोकधाम, लखीसराय और तेतरहाट होते हुए पहुंचे। आगे की यात्रा में 4 फरवरी को सोनो, चकाई, जसीडीह होते हुए देवघर, 5 फरवरी को बासुकीनाथ, सुगनिबाद और दुमका से होते हुए 6 फरवरी को शांति निकेतन, बोलपुर तक जाएंगे।
साइकिल यात्रा का पहला पड़ाव जमुई रहा।
यह अभियान ‘साइकिल पे संडे’ का हिस्सा है, जिसे 2014 में आकाश गंगा रंग चौपाल एसोसिएशन ने शुरू किया था। अब तक 538 रविवार से यह अभियान चल रहा है। टीम का मुख्य नारा है – ‘पेड़ लगाओ, पर्यावरण बचाओ, साइकिल चलाओ, स्वस्थ्य बनाओ!’
इससे पहले इस संस्था ने कई महत्वपूर्ण यात्राएं की हैं, जिनमें 2021 में सिमरिया से बापू धाम मोतिहारी, 2022 में बोधगया, 2023 में भारत-नेपाल मैत्री यात्रा और 2024 में काशी तक की यात्राएं शामिल हैं। यात्रा का समापन डॉ. सुभाष सिंह के नेतृत्व में विश्व भारती में होगा, जहां विभिन्न सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इस पहल से न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्वच्छता और सामाजिक जागरूकता भी बढ़ेगी।