चकाई के उर्वा भलुआ गांव में इम्पीरियल एथेनॉल प्लांट के कर्मचारी पर जानलेवा हमला हुआ। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया और घायल सैनिक का मोबाइल बरामद कर लिया। झाझा साइंटिफिक ने बताया कि गिल-साइस्ट के…
चकाई. निज प्रतिनिधि चकाई थाना क्षेत्र के उर्वा भलुआ गांव में स्थित एथेनॉल प्लांट के एक अनाधिकृत व्यक्ति पर जानलेवा हमले के मामले में पुलिस ने उद्भेदन कर लिया है। पुलिस ने इस घटना में चार निवेशकों को गिरफ्तार किया है। निशानदेही पर हुए हमले में गंभीर रूप से घायल एथनॉल प्लांट कंपनी का मोबाइल भी बरामद हुआ है। इस संबंध में झाझा स्टेरॉयड राजेश कुमार ने चकाई थाने में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर बताया कि 18 सितंबर को चकाई स्टेडियम में उर्वा के प्लांट एथेनॉल प्लांट के पास बालगोजी निवासी युवा बुधन असैन पिता स्व. केशव नवीनीकरण के अंतिम चरण में पड़े रहने की सूचना मिली थी। अन्य मान्यताओं को सूचित करने के बाद वे चकाई जिले की रूपरेखा एवं सशस्त्र बल के साथ घटना स्थल पर स्थापना का निरीक्षण किया गया। इलाज के लिए देवघर भेजा गया। वहां से युवा युवाओं को बेहतर इलाज के लिए मिशन अस्पताल दुर्गापुर भेजा गया है। जहां कच्चे माल का इलाज चल रहा है। इस मामले में होटल के अपार्टमेंट में नौ लोगों द्वारा भूख हड़ताल के लिए आवेदन किया गया था। एप्लिकेशन के आलोक में दस्तावेज़ दर्ज किया गया। घटना की झलक देखते हुए पुलिस कप्तान ने मेरे (अनुमंडल पुलिस वैल्यूएशन झाझा) नेतृत्व में नकली टीम का गठन किया। जिसके बाद टीम द्वारा तत्काल कार्रवाई करते हुए मामले का उद्भेदन किया गया। इस मामले में चार मूल निवासी चकाई थाना के चादरी गांव के विक्टर बेसरा और मंटू बेसरा, चंद्रमंडी थाना के रेनूआदिधी गांव के अतीत मुर्मू और एक विधि के खिलाफ बच्चे को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही गिरफ्तार मुर्गे के निशान देही पर बंद बुधन साहूकार का मोबाइल भी बरामद कर लिया गया है। सहायक श्री कुमार ने बताया कि अनुसंधान में गिरफ्तार नाबालिग और किशोर युवाओं के बीच किसी बात को लेकर बाताबाती, गली का सामान शुरू हुआ था। जो जनजातीय हमला तक पहुंच गया था। गिरफ्तार में दो प्लांट के कर्मचारी हैं। मामले के एवं अन्य आरोपियों के लिए नवीनतम शोध जारी है। पुलिस टीम में इंस्पेक्टर इंस्पेक्टर सह चकाई दीपक राकेश कुमार, पुलिस इंस्पेक्टर लाल बहादुर सिंह, पुलिस इंस्पेक्टर इंस्पेक्टर अखिलेश कुमार, तुलसीश्वर गोप, जिला असूचना यूनिट एवं चकाई थाने के सशस्त्र बल की टीम शामिल थी।