नवादा जिले में ठंड की शुरुआत के साथ ही घने कोहरे और प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगा है। सोमवार को प्रदूषण स्तर 161 एक्यूआई तक पहुंच गया, जो अस्वस्थ्यकर श्रेणी में आता है। कोहरे के कारण दृश्यता 30 मीटर रह…
नवादा, हिन्दुस्तान संवाददाता। नवादा जिले में ठंड की दस्तक ने कोहरे को बढ़ाना शुरू कर दिया है। घने कोहरे के साथ ही प्रदूषण का ग्राफ भी तेजी से बढ़ने लगा है। यहां तक की हवा भी जहरीली हो गई है। सोमवार की सुबह प्रदूषण का स्तर अत्यंत अस्वस्थ्यकर श्रेणी 161 एक्यूआई तक पहुंच गया है। कोहरा इतना घना था कि सात बजे के आसपास ही महज 30 मीटर की दृश्यता रही। इस कारण एहतियातन किऊल-गया रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन धीमी गति से जारी रही। वहीं सड़कों पर दोपहिया और चारपहिया वाहन लाइट जला कर आते-जाते रहे। नवादा जिले में प्रदूषण का स्तर सोमवार को विगत पांच सालों में सर्वाधिक रहा। प्रदूषण का स्तर 161 एक्यूआई रहने के साथ ही पीएम 2.5 भी अत्यंत अस्वस्थ्यकर श्रेणी तक पहुंच कर 161 रहा जबकि पीएम 10 भी अस्वस्थ्यकर स्थिति 134 तक पहुंचा रहा। यूं तो विगत पांच सालों में ठंड के आंकड़े बहुत उतार-चढ़ाव वाले नहीं हैं लेकिन प्रदूषण का स्तर इस वर्ष काफी खराब स्थिति तक अभी ही पहुंच गया है। 2023 में 21 अक्टूबर को प्रदूषण का स्तर 125 एक्यूआई, 2022 में 129 एक्यूआई, 2021 में 143 एक्यूआई तथा 2020 में 103 एक्यूआई था। हालांकि विगत पांच सालों के आंकड़ों के अनुसार भी प्रदूषण स्तर अस्वस्थ्यकर स्थिति में ही था लेकिन इस वर्ष अभी ही प्रदूषण का स्तर अत्यंत अस्वस्थ्यकर स्थिति तक पहुंच चुका है। यह कहीं से भी अच्छा संकेत नहीं है। विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ.सबा अहमद करते हैं कि यह स्थिति बुरी है। इसमें लोग सांस लेने में दिक्कत समेत फेफड़े और हृदय संबंधी विकार के शिकार हो सकते हैं। बच्चों में ब्रोंकायटिस जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। तापमान में अभी बहुत ज्यादा कमी नहीं यूं तो ठंड ने अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है लेकिन तापमान में अभी बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव देखने को नहीं मिल रहा है। कृषि मौसम वैज्ञानिक रौशन कुमार ने बताया कि ऐसा ही हाल अभी अगले दो-तीन तक बना रहेगा। हालांकि अगले एक सप्ताह के दरम्यान ठंड में अधिकता दिखने लगेगी। मौसम शुष्क रहने की संभावना है। ऐसे में ठंड का अहसास धीरे-धीरे बढ़ता चला जाएगा। हालांकि आज के सोमवार की बात की जाए तो विगत पांच सालों की तुलना में भी लगभग समानता ही रही। सोमवार को अधिकतम तापमान 32 व न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस रहा। 2023 में भी तापमान एकदम इसके समान ही था। 2022 में अधिकतम तापमान 30 तो न्यूनतम तापमान 23, 2021 में अधिकतम तापमान 31 तो न्यूनतम तापमान 23 और 2020 में अधिकतम तापमान 32 तो न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहा था। ————– कोहरे से होगा आगामी फसलों पर मिश्रित असर नवादा। कोहरे की जो स्थिति अभी से दिख रही है, उसने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। हालांकि इसका मिश्रित असर पड़ेगा। दलहन और तिलहन की फसल लगाने का समय आ गया है। कोहरे और ठंड के बीच ही इसकी फसल में बढ़वार होगी, जिस पर कोहरे की अधिकता लाही लगने का कारण बनेगा। कोहरे की वजह से पौधों की आंतरिक क्रियाएं प्रभावित होने लगती हैं। लगातार कोहरा छाए रहने से फसल में काली-पीली रोली रोग लगने का खतरा रहता है। इससे बालियां काली पड़ जाती हैं और फसलों का दाना कमजोर हो जाता है। यह सारी परेशानियां बढ़वार के साथ ही उत्पादन को प्रभावित करने वाला साबित होगा। हालांकि इसी दौर में अब किसान आलू की फसल लगाएंगे। कोहरे के कारण शीत और नमी की अधिकता रहने पर आलू का अंकुरण आसान हो जाएगा। इसी प्रकार, रबी की प्रमुख फसल गेहूं को भी कोहरा से नमी और पानी को लेकर फायदा होगा। पौधे का अच्छा फुटाव होगा। ————– विगत पांच साल का तापमान (डिग्री सेल्सियस में) व प्रदूषण का स्तर (एक्यूआई में) : तिथि अधिकतम न्यूनतम प्रदूषण 21 अक्टूबर 2024 32 20 161 21 अक्टूबर 2023 32 20 125 21 अक्टूबर 2022 30 23 129 21 अक्टूबर 2021 31 23 143 21 अक्टूबर 2020 32 26 103