गर्भनिरोधक गोलियाँ: अनचाही लेबल के लिए सबसे ज्यादा महिलाएं गर्भनिरोधक चॉकलेट का सेवन करती हैं जिससे उनकी सेहत पर बहुत बुरा असर पड़ता है। कई बार तो ऐसा भी होता है कि अधिक गर्भनिरोधक गोलियों से लड़कियों को आगे चलकर मां बनने की समस्या होती है। हम इस लेख के माध्यम से जानेंगे गर्भनिरोधक टैबलेट खाने के नुकसान…।
शरीर में ब्लड क्लॉटिंग का खतरा
गर्भनिरोधक विशेषता में एस्ट्रोजन नामक हार्मोन होता है। ऐसे में अगर कोई महिला इसे लंबे समय से प्लास्टिक के रूप में इस्तेमाल कर रही है तो उसके शरीर में ब्लड क्लॉटिंग का खतरा बढ़ जाता है। जिससे कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं.
दिल से दिल का दौरा
गर्भनिरोधक नुस्खे से अधिकतर दिल से जुड़ी बीमारियाँ हो सकती हैं। कई खुराकों में यह पाया गया है कि अगर किसी महिला को लंबे समय तक गर्भनिरोधक कैप्सूल लेने में मदद मिलती है तो उसमें एसोसिएटेड एसोसिएट्स बढ़ सकते हैं।
बीपी का खतरा
गर्भनिरोधक विधि महिलाओं में बीपी की समस्या भी हो सकती है। क्योंकि लंबे समय तक गर्भनिरोधक गोलियों के सेवन से हाई बीपी का खतरा बढ़ जाता है।
मूड़
गर्भनिरोधक के सेवन से महिलाओं में मूड, डिप्रेशन, डिप्रेशन और एंजाइटी आदि की संभावना अधिक बढ़ जाती है।
गर्भाशय कैंसर
गर्भनिरोधक के अधिक सेवन से महिलाओं में कैंसर का खतरा भी रहता है। गर्भनिरोधक विशेषज्ञ से स्तन कैंसर और गर्भाशय कैंसर का खतरा अधिक होता है।
कुंआ पर बुरा असर
गर्भनिरोधक के सेवन से महिलाओं के मासिक धर्म के पुस्तिका में बदलाव आता है। जो महिलाएं लंबे समय तक गर्भनिरोधक औषधियां खरीदती हैं, वे अपनी महावरी में भर्ती होती हैं। साथ ही ब्लीडिंग भी होती है।
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