Good Friday 2025: क्या 2000 साल पुराना रहस्य अब सामने आने वाला है?

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गुड फ्राइडे 2025: गुड फ्राइडे, ईसाई धर्म में वह दिन जब ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया. लेकिन 2025 का गुड फ्राइडे केवल याद करने का दिन नहीं, बल्कि वह दिन हो सकता है जो पूरी दुनिया की चेतना को झकझोर दे. खगोलीय घटनाओं, बाइबिल की भविष्यवाणियों और तीन प्रमुख धर्मों के संकेतों को जोड़ने पर एक अद्भुत तस्वीर उभरती है, क्या यह मसीहा की वापसी की दस्तक है?

गुड फ्राइडे 2025: तारीख या संकेत?
18 अप्रैल 2025 को गुड फ्राइडे पड़ रहा है. ज्योतिषियों के अनुसार, इस दिन एक अत्यंत दुर्लभ ग्रह-योग बन रहा है. मीन राशि में शनि, शुक्र, राहु और बुध ग्रह की युति बन रही है जो एक आध्यात्मिक पुनर्जागरण का संकेत दे रही है. क्या यह वही “स्वर्ग से संकेत” है जिसका वर्णन बाइबिल में है?

बाइबिल की भविष्यवाणी: ‘He will come in the clouds…’
बाइबिल (मत्थी 24:30) में कहा गया है, ‘तब मनुष्य के पुत्र का चिन्ह आकाश में प्रकट होगा और पृथ्वी की सारी जातियां विलाप करेंगी.’ यह भविष्यवाणी बताती है कि जब मसीहा दोबारा आएंगे, तो उसके पहले आकाशीय संकेत (खगोलीय घटनाएं) दिखाई देंगे. आकाश में एक विशेष प्रकार का चिन्ह दिखाई देगा.

2025 में अप्रैल के महीने में ब्लड मून, मीन राशि में पंचग्रही योग, और राहु, शनि, शुक्र और बुध का संबंध, इन सबको यदि आध्यात्मिक दृष्टि से देखा जाए, तो ये भविष्यवाणी के निकट प्रतीत होते हैं.

क्या तीनों धर्मों में मसीहा की वापसी की बात है?

  1. ईसाई धर्म: ईसा मसीह की “सेकंड कमिंग” का उल्लेख बाइबिल में कई स्थानों पर है. उन्हें अंतिम न्याय का वाहक माना गया है.
  2. इस्लाम धर्म: हदीसों के अनुसार, ईसा (अलै.) पुनः अवतरित होंगे और दज्जाल (Antichrist) को पराजित करेंगे.
  3. हिंदू धर्म: यहां कल्कि अवतार का उल्लेख है, जो धर्म की पुनः स्थापना के लिए आएंगे. वे अश्वारूढ़ होंगे और अन्याय का विनाश करेंगे.

तीनों धर्म एक ऐसे मसीहा की बात करते हैं जो अंतिम समय में आएगा और दुनिया को एक नई दिशा देगा. क्या 2025 इसकी शुरुआत है?

मीन राशि में 4 ग्रहों का गोचर क्या ये संकेत है, कोई चेतावनी या फिर चमत्कार?
18 अप्रैल 2025 को सूर्य, चंद्रमा, गुरु, शुक्र और शनि विशेष स्थिति में होंगे. कुछ इसे चेतावनी मानते हैं, कुछ “दिव्य हस्तक्षेप”. NASA और ESA जैसे संस्थान भी अप्रैल में खास खगोलीय निगरानी कर रहे हैं, जो सामान्य नहीं है.

क्या यह ‘New Spiritual Order’ की शुरुआत है?
AI, युद्ध, जलवायु संकट, और धार्मिक कट्टरता, ये सभी मिलकर एक ऐसे मोड़ पर आ खड़े हुए हैं जहां एक नई चेतना की आवश्यकता महसूस की जाने लगी है. कई अध्यात्मवेत्ता और भविष्यवक्ता भी मानते हैं कि 2025 के बाद मानवता एक नई दिशा में प्रवेश करेगी. कुल मिलाकर धर्म, ज्योतिष और विज्ञान, तीनों ही बड़े बदलाव का इशारा कर रहे हैं.



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