गांधी जयंती उद्धरण हिंदी में: 2 अक्टूबर को हर साल हमारे देश में गांधी जयंती का राष्ट्रीय पर्व मनाया जाता है। इसी दिन हमारे देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का जन्म हुआ था। गांधी जी का जन्म 2 अक्टूबर, 1869 को हुआ था। गांधी जी का पूरा नाम मोहनदास कर्मचंद गांधी है। उनके सविनय अज्ञा आंदोलन, असहयोग आंदोलन, विदेशी वस्त्रों का निष्कासन, ख़ामोशी का चित्र, दादाजी का आंदोलन, दलित आंदोलन, रोलेट अधिनियम, नमक कानून, भारत छोड़ो जैसे अंग्रेज़ों की नाक में दम कर दिया और स्वतंत्रता प्राप्ति की राह आसान हो गई। वे हमारे देश को अहिंसा के रास्ते पर जर्मनी से आज़ाद कर गए थे। इस गांधी जयंती पर अपने परिवार वालों, रिश्तेदारों और दोस्तों को गांधी जी के अनमोल वचन भेजें।
1- आँख के बदले आँख पूरी दुनिया को अँधेरा बना देती है।
2- प्रेम की शक्ति दंड की शक्ति से हजारों गुनी प्रभावशाली और प्रतिष्ठित होती है।
3- जब तक स्वतंत्रता न मिले, तब तक स्वतंत्रता का कोई अर्थ नहीं है।
4- काम की अधिकता नहीं, हर व्यक्ति को मार डालती है।
5- निःशास्त्र अहिंसा की शक्ति किसी भी परिस्थिति में सशस्त्र शक्ति से सर्वोत्तम होगी।
6- नैतिक मूल्यों के उत्तर-चित्रों से दिए गए अर्थ को अपने नैतिक मूल्यों के पतन को स्वीकार करना है।
7- अहिंसा वीर व्यक्ति का सर्वोच्च गुण नहीं है, अहिंसा का मार्ग हिंसा के मार्ग की तुलना में कहीं अधिक साहस की क्षमता है।
8- अहिंसा के बिना सत्य का अनुभव नहीं हो सकता, अहिंसा का पहला सिद्धांत हर द्वैत वस्तु के प्रति असहयोग करना है।
9-धरती पर उपलब्ध प्राकृतिक संसाधन हमारी पूरी जरूरत के लिए हैं, लालच के लिए नहीं।
10- आजादी का कोई मतलब नहीं है अगर इसमें गलतियां करना शामिल नहीं है।
11- शरीर का रोग नहीं है, यह आत्मा को मारता है।
12- उफानते तूफ़ान को माता देना है तो अधिक जोखिम वाले पद हमें पूर्ण शक्ति के साथ आगे बढ़ाना होगा।
13- पाप से घृणा करो पापी से नहीं, क्षमादान बहुत मूल्यवान वस्तु है।
14- स्वयं को उजागर करने का सर्वोत्तम तरीका स्वयं को दूसरों की सेवा में लगाना है।
15- आप तब तक यह नहीं समझ पाएंगे कि आपके लिए कौन सी बात महत्वपूर्ण है, जब तक आप उन्हें असल में नहीं खोते।