पीएम मोदी वक्फ स्टेटमेंट पर विपक्षी प्रतिक्रिया: हरियाणा में सोमवार (15 अप्रैल) को एक सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वक्फ के मुद्दे पर विपक्ष पर तीखा हमला किया. उन्होंने कहा कि अगर वक्फ संपत्तियों का सही इस्तेमाल हुआ होता तो मुस्लिम नौजवानों को पंचर नहीं बनाना पड़ता. प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि यह सब कांग्रेस की देन है, जिससे मुसलमानों को नुकसान ही हुआ है. उन्होंने यह भी कहा कि वक्फ के नाम पर गरीबों के साथ जो लूट हुई है, वह अब बंद होने वाली है. पीएम मोदी के इस बयान पर अब विपक्ष ने जवाबी हमला किया है.
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल किया कि पिछले 11 साल में मोदी ने गरीब भारतीयों, हिंदू या मुसलमान के लिए क्या किया? उन्होंने कहा, “33% भारतीय बिना नौकरी और पढ़ाई के जी रहे हैं. वक्फ की संपत्तियों के साथ जो हुआ उसकी एक बड़ी वजह वक्फ का कानून और प्रशासन का हमेशा कमजोर रहना है. पीएम मोदी का वक्फ संशोधन इसे और कमजोर कर देगा.”
Waqf ka maalik koi insan nahi ho sakta balki Waqf ka Maalik Allah hai :- Barrister @asadowaisi #AsaduddinOwaisi #Waqfamendmentbill #owaisi #Waqfbillamendment #Waqf #Indaagoinstwaqfbill #Rejectwaqfbill pic.twitter.com/nd1ot1a3ff
— AIMIM (@aimim_national) 15 अप्रैल, 2025
इमरान प्रतापगढ़ी ने भी पीएम मोदी पर साधा निशाना
कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा, “मुझे तो हैरत है कि जिस देश के प्रधानमंत्री ने युवाओं को पकौड़ा तलने की सलाह दी थी, वह पीएम आज पंक्चर पर मजाक उड़ा रहे हैं. युवाओं को इस लायक नहीं छोड़ा है कि वह पंक्चर बना सकें या पकौड़ा तल सकें.” उन्होंने कहा कि इस देश का मुसलमान सिर्फ़ पंक्चर नहीं बनाता है. इस देश की अर्थव्यवस्था में बड़ा रोल अदा करता है.
“मुसलमान पंक्चर बनाते हैं” जैसी भाषा का इस्तेमाल तो सोशल मीडिया के ट्रोल करते हैं, अगर प्रधानमंत्री इस तरह की सतही भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं तो उस पद की गरिमा का अपमान कर रहे हैं। pic.twitter.com/swjm1mnq9a
— Imran Pratapgarhi (@ShayarImran) 14 अप्रैल, 2025
अबू आजमी का भी आया बयान
महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अबू आसिम आज़मी ने भी इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने पीएम के बयान पर पलटवार करते हुए कहा, “अगर आप कह रहे हैं कि मुसलमान पंक्चर बना रहा है, वह गरीब नहीं रहता. मेरा सवाल यह है कि मंदिर की जमीन दक्षिण भारत के चार राज्यों में ही अकेले 10 लाख एकड़ है. 10 राज्य बाकी हैं. क्या इन जमीनों से आपने अपनी गरीब हिंदुओं की हालत सुधार दी? क्या गरीब हिंदू परेशान नहीं हैं?”
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