निःसंतानता की समस्या का उपचार – मिथक और तथ्य

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निःसंतानता की समस्या के उपचार के बारे में कई मिथक और गलत धारणाएं हैं, जो उन लोगों को भ्रमित और चिंतित कर सकती हैं जो उपचार के बारे में सोच रहे हैं या उपचार की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं।  

सही फैसले लेने और इस प्रक्रिया के दौरान पूर्ण भरोसा करने के लिए, यह जरूरी है कि आप सच और झूठ के बीच का अंतर समझें। 

मिथक: आईवीएफ़ मे हमेशा एक से अधिक बच्चे पैदा होते हैं।

यह सच है कि आईवीएफ से एकाधिक गर्भधारण का खतरा बढ़ जाता है। हालाँकि, यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि भ्रूण एक पुरुष के शुक्राणु और एक महिला के अंडे का उपयोग करके प्रयोगशाला में बनाए जाते हैं।

माँ के गर्भधारण की संभावना बढ़ाने के लिए, डॉक्टर अक्सर दो भ्रूणों का प्रत्यारोपित करते हैं।

अगर ऊपर वाला ज्यादा मेहरबान को जाए और यदि सभी भ्रूण सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित हो जाते हैं, तो इसके परिणामस्वरूप जुरवे बच्चे का गर्भधारण होता है।  

किसी ने सही कहा है, ऊपर वाला जब देता है तो छप्पर फार के देता है ।

हालाँकि, विज्ञान के इस्तेमाल से  और अस्पताल के प्रोटोकॉल में सुधार ने इस जोखिम को कम करना संभव  है।

अगर आप जुरवे बच्चे नहीं चाहते है तो आपके फर्टिलिटी विशेषज्ञ आपको एक ऐसी उपचार योजना बनाने में मदद करेगा जो आपके लिए बिल्कुल सही हो और सिंगलटन गर्भावस्था की आशा करती हो। 

मिथक: – आईवीएफ़ मे दर्द होता है ?

बहुत से लोग सोचते हैं कि निःसंतानता की समस्या का उपचार यानि आईवीएफ़ दर्दनाक प्रक्रियाएं हैं.  

आपको जानना जरूरी है की आईवीएफ़ एक आधुनिक चिकित्सा पद्धति है , इसमे 10-12 दिनों तक मामूली सुई जो की चमरे के नीचे दिया जाता है कनीयमीट इस्तेमाल होता है। इसमे साधारण सुई से भी काम दर्द होता है , इसके बाद 12-15 दिन मे ओवम पिकउप होता है , यह प्रक्रिया कुछ समय के लिये बेहोश कर के किया जाता है , आप 3-6 घंटों मे घर जा सकते है । और फिर प्रयोगशाला मे उत्तपन भ्रूण को मासिक के 15-16 दिन पर गर्भ मे के पतली नली द्वारा प्रत्यारोपित कर दिया जाता है । इस विधि मे भी दर्द नहीं होता है।  

पूरी प्रक्रिया के दौरान, आपकी फर्टिलिटी टीम आपके आराम और स्वास्थ्य को सबसे पहले रखेगी। लेकिन याद रखें कि कुछ दर्दनाक सुई आपको बच्चे का उपहार दे सकती हैं। 

मिथक: – केवल महिलाएं ही हैं जिन्हें निःसंतानता की समस्या के उपचार की आवश्यकता होती है।

निःसंतानता के लिये केवल महिलाओं ही जिम्मेदार नहीं होती हैं।  पुरुष भी बराबर जिम्मेदार हो सकते है।  इनफर्टिलिटी के लगभग 40 से 50 प्रतिशत मामले पुरुषों के कारण होते हैं।

समस्या का कारण का पता करना और फिर निदान करने के लिये उसका इलाज करना और अंततः माता-पिता बनने के लिए सबसे आम कारणों को जानना महत्वपूर्ण है की आखिर आप क्यों  बच्चे पैदा नहीं कर पा रहे हैं। 

बहुत से लोगों को गर्भवती होने में परेशानी होती है, लेकिन अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान (आईयूआई) या इंट्रासाइटोप्लाज्मिक स्पर्म इंजेक्शन ( इकसी ) के साथ इन विट्रो फर्टिलाइजेशन ( आईवीएफ ) जैसे तरीके मदद कर सकते हैं। दोनों पक्षों को यह पता लगाने के लिए परीक्षणों से गुजरना होगा कि क्या करना सबसे अच्छा है। 

मिथक: – निःसंतानता की समस्या का उपचार हमेशा 100% सफल होता है ।

आईवीएफ़ एक बहुत ही आधुनित चिकित्सा पद्धति है और यह बहुत सफल भी है ।

पर आईवीएफ़ की सफलता बहुत सारी चीजों पर निर्भर करता है , जैसे की उम्र (बढ़ती उम्र के साथ सफलता का प्रतिसत काम होते जाता है), पुरुष के किटाणु का स्वस्थ , महिले मे बन रहे अंडों का स्वस्थ, गर्भासए की बीमारी, बछेदनी के मुह का लचीलापन।

पर याची बात यह है की ही स्वस्थ अंडे ( गोल्डन एग) और शुक्राणु के जरूरत होती है के बच्चे को जनम देने के लिये। और बहुत सारी विधि है वो एक स्वस्थ अंडा और शुक्राणु ढूंढ कर भ्रूण बनाने के लिये।

भ्रूण बन जाने के बाद , महिला के गर्भ मे प्रत्यारोपित किया जाता है, इस लिये गर्भ का स्वस्थ भी सफलता निर्धारित करता है।  

एक बात तो समझना पड़ेगा की अगर आप बिना गर्भनिरोधत के इस्तेमाल के लगातार प्रयास कर रहे है और गर्भ नहीं ठहर रहा है तो फिलहाल आबके गर्भ ठहरने की संभावना सून्य है, आईवीएफ़ मे सफल विग्रन होने के कारण सफलता का चांस काफी हद तक बढ़ जाता है । सामान्य तौर पर के अच्छे आईवीएफ़ सेंटर मे सफलता का प्रतिसत 40-60% होता है ।  

निःसंतानता की समस्या के उपचार से गुजरते समय, यथार्थवादी लक्ष्य रखना और जरूरत पड़ने पर अन्य विकल्पों को आजमाने के लिए तैयार रहना महत्वपूर्ण है।

मिथक: निःसंतानता की समस्या का उपचार केवल अधिक उम्र के लोगों के लिए है।

भले ही उम्र फर्टिलिटी क्षमता को प्रभावित कर सकती है, लेकिन यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि सभी उम्र के लोगों को प्रेगनेंसी होने में परेशानी हो सकती है। अगर आप 2-3 साल तक लगातार प्रयास कर रहे है बिना कोई गर्भनिरोधक का इस्तेमाल करते हुए तो सचेत हो जारे, कुछ तो ठीक नहीं है , समय रहते इंफर्टिलिटी ट्रीट्मन्ट करने से सफलता प्राप्त करने की संभावना काफी ज्यादा होतो है ।

आप अगर व्यक्त बर्बाद कैने के बाद डॉक्टर के पास पहुचेंगे को उनके लिये नहीं इलाज करने मुस्किल हो जाएगा।

जितनी जल्दी हो सके किसी फर्टिलिटी डॉक्टर को दिखाने से आपकी सफलता की संभावना बढ़ सकती है , यदि नपुंसकता का कोई स्पष्ट कारण है, तो कम उम्र में उपचार कराने से व्यक्ति के काम करने की संभावना बेहतर हो जाती है। 

मिथक: आईवीएफ उपचार महंगा है।

महंगा है या सस्ता है, इस बात पर निर्भर करता है की आपकी जरूरत क्या कितनी है।  

आईवीएफ़ एक बहुत ही आधुनित पद्धति है, कुछ दसक पहले तक तो यह पद्धति भारत मे उपलब्ध भी नहीं था, आऊ लियाज के लिये विदेश जाना परत था, पर अब कुछ अच्छे अस्पताल पूंजी लगा तक आप तक भारत मे भी इस सुविधा को ले कर आये है ,  इसमे इस्तेमाल किये जानी वाली सभी मशीन विदेश से आयात किये जाते है जिसकी लागत लाखों और अरबों मे है।  

आपको यह जानना होगा कि एक विश्व स्तरीय आईवीएफ केंद्र में बहुत सारा बुनियादी ढांचा और रख-रखाव होता है जिसमें बहुत पैसा खर्च होता है। उदाहरण के तौर पर, आईवीएफ भ्रूणविज्ञान में उपयोग की जाने वाली फ़्लोर क्लीनर की 1-लीटर बोतल की कीमत 10,000 रुपये है।  

इस विधि मे इस्तेमाल की जानी वाली सुई भी काफी महंगी है ।  

पर इन सबके बाद भी इक बात सुनिश्चित है की आपके बीच मे अब एक आधुनिक चिकित्सा पद्धति मौजूद है जिससे निःसंतान डंबती भी संतान सुख प्राप्त कर सकते है ।  

हमने बांझपन के इलाज को आम लोगों की पहुंच के भीतर में लाने के बहुत सारे तरीकों का इस्तेमाल किया है जिससे गुणवक्ता प्रबहित किये बिना लागत काम आए ताकि सामान्य लोग भी इसका फायदा उठा सके।  

मिथक: आईवीएफ़ एक बहुत ही तनावपूर्ण इजक पद्धति है

बेशक, निःसंतानता की समस्या का उपचार भावनाओं पर बहुत गहरा प्रभाव डालता हैं, लेकिन यह जानना जरूरी है कि हर कदम पर मदद उपलब्ध है। कई फर्टिलिटी क्लिनिक लोगों और जोड़ों को उपचार के भावनात्मक पहलुओं से निपटने में मदद करने के लिए परामर्श, सहायता समूह और अन्य संसाधन प्रदान करते हैं। यदि आप एक अनुभवी फर्टिलिटी विशेषज्ञ से सहायता लेते हैं, तो चीजें आसान हो सकती हैं। 

निःसंतानता की समस्या का उपचार - मिथक और तथ्य

मिथक:- आईवीएफ़ के द्वारा केवल अंतिम उपाय के रूप में किया जाता है।

एक सामान्य भ्रांति यह है कि निःसंतानता की समस्या का उपचार मे आईवीएफ़ केवल आखिरी विकल्प है। लेकिन एक फर्टिलिटी विशेषज्ञ से जल्दी मिलना आपके प्रजनन स्वास्थ्य और संभावित उपचार विकल्पों के बारे जल्दी जान जाने से सफलता के संभावना जयदी हो जाती है। समय बीतने के पहले अगर कमी की जानकारी हो जाए तो डॉक्टर के पास बहुत सारे विकल्प उपलब्ध होते है ,जिससे आपके बच्चे प्राप्त करने की संभावना ज्यादा रहती है।  

यदि आप बिना किसी गर्भनिरोधक के दो साल तक गर्भवती नहीं हो पा रही हैं, तो आपको तुरंत IVF विशेषज्ञ से मिलना चाहिए, वरना देर हो सकती है। 

इन मिथकों को तोड़कर और प्रजनन विधियों के बारे में अधिक जानकर प्राप्त कर के , आप माता-पिता बनने की अपनी यात्रा की शुरुआत में अधिक आत्मविश्वासी और स्पष्ट महसूस कर सकते हैं। याद रखें कि गर्भधारण का रास्ता हर किसी के लिए अलग होता है, और इस रास्ते में आशा और मदद हमेशा होती है। 

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अस्वीकरण : इस लेख में किए गए दावों की सत्यता की पूरी जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति/ संस्थान की है। 





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