Delhi Pollution: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार दिवाली के दिन दिल्ली का वायु प्रदूषण 4 वर्षों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था, जिसमें सूक्ष्म प्रदूषक कणों (पीएम 2.5) की सांद्रता 675 पर पहुंच गई थी. हालांकि सीएम रेखा गुप्ता ने दावा किया कि इस साल दिवाली की रात शहर में वायु प्रदूषण पिछले साल की तुलना में कम था.
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के मंत्री सिरसा पर किया पलटवार
आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली सरकार पर हमला करते हुए कहा- ” दिवाली की रात प्रदूषण बढ़ते ही सरकार के प्रदूषण निगरानी केंद्र कैसे बंद हो गए? चार निगरानी केंद्र लगाए गए थे: सीपीसीबी, आईएमडी, डीपीसीसी और आईआईटीएम. इन चार संस्थानों के एक दर्जन निगरानी केंद्रों ने रात में काम करना बंद कर दिया और सुबह हवा चलने के बाद से ही काम करना बंद कर दिया. यह चोरी और बेईमानी है. वे दिल्ली की जनता के साथ बेईमानी कर रहे हैं.”
पंजाब के सिख किसानों से माफी मांगे BJP सरकर : AAP
आप के नेता सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- BJP सरकार के एक मंत्री (मनजिंदर सिंह सिरसा) ने जिस तरह से पंजाब के सिख किसानों को लेकर जो बोला है, वह बेहद शर्मनाक है. उन्हें इसके लिए पंजाब के किसानों से माफी मांगनी चाहिए. पंजाब में पराली जलाने की घटनाएं 75% कम हुई हैं. बड़े-बड़े वैज्ञानिक बता रहे हैं कि दिल्ली के प्रदूषण में पंजाब की पराली का धुंआ 1% से भी कम है.
पंजाब को लेकर दिल्ली के मंत्री ने क्या दिया था बयान?
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने मंगलवार को पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर धर्म की राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया कि आप नेताओं ने ‘‘दिल्ली की मुख्यमंत्री, भाजपा और सनातन धर्म के अनुयायियों द्वारा दिवाली मनाने और पटाखे फोड़ने की निंदा की’’, लेकिन हवा की गुणवत्ता बिगड़ने का असली कारण पंजाब में अत्यधिक पराली जलाना है. सिरसा ने कहा कि दिवाली से पहले दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 345 था, और दिवाली के बाद यह केवल 11 बिंदु बढ़कर 356 हुआ है. उन्होंने पंजाब में पराली जलाने के कथित वीडियो दिखाते हुए कहा, ‘‘इस वर्ष मात्र 11 अंकों की मामूली वृद्धि देखी गई लेकिन बताया गया है कि पराली जलाने की सबसे अधिक घटनाएं दिवाली रात हुईं. ’’ सिरसा ने आरोप लगाया था कि पंजाब सरकार ने दिवाली की रात किसानों को रिकॉर्ड मात्रा में धान की पराली जलाने के लिए मजबूर किया. उन्होंने कहा, ‘‘हमें गर्व है कि हमारी सरकार ने लोगों को पारंपरिक तरीके से दिवाली मनाने का मौका दिया है.’’