अंतिम पार्टी से स्टिकर नाम कमाए पैसिफिक किशोर; मनीषी वर्मा ने एकांत पर भी सवाल उठाया


वर्मा ने कहा कि प्रशांत किशोर अभी कहीं भी राजनीति में नहीं हैं। वह एक ऐसा नाटक कर रही हैं और अभी भी पॉलिटिक्स में उनका करियर शुरू नहीं हुआ है। ऐसे में उन पर क्या कहा जाए। जब उन्होंने अपनी पार्टी के गठन को मंजूरी दी तो उसके बाद उन्हें पॉलिटिशियन माना जाएगा।

-सुधीर कुमार एएनआई,पटनासोम, 30 सितंबर 2024 09:08 पूर्वाह्न
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जन सूरज के संगीतकार प्रशांत किशोर जल्द ही अपनी पार्टी लॉन्च करने वाले हैं। गांधी जयंती के मौके पर पीके अपनी पार्टी का ऐलान करेंगे। लॉन्चिंग से पहले ही पीके और उनकी पार्टी की व्याख्याता की झलक हो गई है। नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय बाहुबली मनोहर वर्मा ने प्रशांत किशोर पर बड़ा हमला किया है। उन्होंने कहा कि उनकी अपनी कोई विचारधारा नहीं है। जो अंत वाला होता है उसके साथ छुपे हुए होते हैं। इधर प्रशांत किशोर बिहार की जनता को एक नए राजनीतिक विकल्प की बात कहते हुए जन सुराज अभियान चलाया जा रहा है। अपनी डॉक्यूमेंट्री में पीके अक्सर नीतीश कुमार पर हमला करते रहते हैं। कई मसलों पर वे कह रहे हैं कि नीतीश कुमार की राजनीति का अंत हो गया है।

प्रेस को इशारा करते हुए मनीष वर्मा ने कहा कि प्रशांत किशोर अभी कहीं से भी राजनीति में नहीं हैं। वह एक ऐसा नाटक कर रही हैं और अभी भी पॉलिटिक्स में उनका करियर शुरू नहीं हुआ है। ऐसे में उन पर क्या कहा जाए। जब उन्होंने अपनी पार्टी के गठन को मंजूरी दी तो उसके बाद उन्हें पॉलिटिशियन माना जाएगा। अभी तो वह एक आंदोलन चला रहे हैं। मनीष वर्मा ने प्रश्निया लॉज में कहा- कौन है प्रशांत किशोर?

प्रशांत किशोर ने कहा कि वह कभी आपकी पार्टी को जिताते थे, इसके जवाब में मनीष वर्मा ने कहा कि वह प्रशांत किशोर को जिताते थे। उन्होंने मोदी जी को जिताया है, नीतीश कुमार को जिताया है। प्रशांत किशोर की अपनी पसंद क्या है? वह एक रणनीतिकार हैं। मैं उनके बारे में क्या बात करता हूँ? हमारी पार्टी रणनीतिकार, प्रचार करने वाले, पोस्टर बैनर लगाने वाले और नारा लगाने वालों का सहयोग है। सभी ऐसे लोगों की सहायता ली जाती है तो हमारी पार्टी ने भी लिया है।

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जब उनसे पूछा गया कि प्रशांत किशोर की प्रतिभा का असर क्या है, इसके जवाब में मनीषी वर्मा ने कहा कि यह तो जनता को तय करना है। जनता उनके बारे में सब कुछ बताती है कि पहले प्रशांत किशोर का काम क्या था। सभी जानते हैं कि वह वेबसाइट के पक्ष में लोगों को जुटाते थे, टीवी में ऐड देते थे, सोशल मीडिया में प्रचार करते थे। यही प्रशांत किशोर का काम हुआ था। लॉज में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह हमारे साथ टिक नहीं पाए क्योंकि उन्हें जगह-जगह अलग-अलग जीवों के साथ काम करना था। मनीष वर्मा ने यहां तक ​​कहा कि जब आपकी कोई रेडियोलॉजी नहीं है तो जो पार्टी मिल गई वही जगह जुड़ जाती हैं और जहां-जहां पार्टियां शराब वाली थीं उनके साथ चिपक गए और चिपकाकर अपना नाम कमा लिया।

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इससे पहले रविवार को प्रशांत किशोर ने अपनी पार्टी को लेकर कई बातें कहीं। उन्होंने बताया कि जनसुराज सभी 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। अगर हम इनमें से 130-135 सीट भी जीतते हैं तो अपनी हार मानेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा और राजद के नेता एक्सपायर दवा हैं। जैसे कि बोल्ट को समर्थन देने वाली कांग्रेस बिहार में खत्म हो गई, नीतीश कुमार को समर्थन देने वाली पार्टी अब बीजेपी भी बिहार से खत्म हो गई।



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