जिले के एक स्कूल में नौवीं कक्षा का एक छात्र देसी कट्टा लेकर पहुंच गया। इस दौरान छात्रों से कट्टा चिंकर क्लास के अन्य बच्चों और स्थानीय लोगों ने पुलिस से आग्रह किया था। लेकिन छात्र पुलिस को चकमा देकर भाग निकला
जिले के शेरघाटी के चर्कीडीह हाई स्कूल में सोमवार को नौवीं कक्षा का एक छात्र स्कूल देसी कट्टा लेकर पहुंचा। इस दौरान छात्रों से कट्टा चिंकर क्लास के अन्य बच्चों और स्थानीय लोगों ने पुलिस से संपर्क किया। हालाँकि छात्र पुलिस व स्कूल की चाकमा डिजिट में सफलता मिल रही है। इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। शेरघाटी के थानेदार अजित कुमार ने बताया कि चेरकी धर्मशाला में नौवीं कक्षा के एक छात्र के पास से देसी कट्टा मिलने की जानकारी देते हुए उसने हथियार और आवेदन पुलिस को दिया है। पुलिस की पहुंच से पूर्व बच्चा वहां से भाग गया था।
स्कूल के क्लासरूम में स्कूल के शिक्षक एलबम कुमार ने बताया कि जब बच्चे क्लास रूम में पढ़ते थे, उसी समय गांव के कुछ लड़के क्लास रूम में घुस जाते थे और बच्चे को अपना बैग लेकर बाहर चले जाते थे। बाद में स्कूल के बाहर बताया गया कि बच्चे के बैग में कट्टा रखा हुआ था।
रिचार्ज ने खुद पुलिस को फोन कर बताया और उसे अपने दोस्त के पास भेज दिया। स्कूल के हेडमास्टर ट्रेनिंग के लिए पटना गये थे। यहां शेरघाटी के बीअारबी अभय कुमार ने बताया कि चेरकीडीह हाई स्कूल में ही सीआरसी सेंटर भी है. वहां छात्रों की परीक्षा का आकलन चल रहा था। जब वह विद्यालय पहुंचा तो मूर्तिपूजक अभिषेक था और पुलिस भी मौजूद थी।
यह पता नहीं चला कि बच्चे का बैग देसी कट्टा क्लास रूम के अंदर या स्कूल के बाहर मिला था। बता दें कि बिहार में पिछले दो महीने से एक छोटे बच्चे द्वारा स्कूल में हथियार लेकर आना दूसरी बार यह घटना है। इससे पहले 31 जुलाई को सुपौल के त्रिवेणीगंज के एक स्कूल में छह साल के बच्चे के पास मौजूद मशाल से उड़ान भरने के कारण तीसरी कक्षा का एक छात्र घायल हो गया था।