दिल्ली के दो दिवसीय दौरे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में बाढ़ को लेकर हर स्तर पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। सभी प्रकार के मुक्ति कार्य और राहत के समाधान किये जा रहे हैं। इस दौरान लोकार्पण समारोह के दौरान दिग्गज नेताओं से भी मुलाकात की।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बाढ़ को लेकर हर स्तर पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है. सभी प्रकार के मुक्ति कार्य और राहत के समाधान किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने रविवार को दिल्ली में बिहार में बाढ़ को लेकर पूछा सवाल, ये बात कही। मुख्यमंत्री रविवार की सुबह दो दिव्य यात्राएँ पटना से दिल्ली रवाना हुए। दिल्ली दौरे के बाद उन्होंने अपनी पार्टी के वरिष्ठ विद्वानों से मुलाकात की।
इसी क्रम में वहराज केंद्रीय अन्वेषक राज मंत्री एवं जिले के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के नये सरकारी आवास 9 त्याग लेन चले गये। वहीं, स्थापत्य के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा के सरकारी आवास 2, तुगलक लेन भी गए। मुख्यमंत्री का सोमवार की शाम दिल्ली से पटना वापसी का कार्यक्रम है।
कंपनी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा ने कहा कि बाढ़ को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार नजर रख रहे हैं। नेपाल में लगभग ही समय में 300 माह बारिश हो गई। 1968 के बाद इतनी बारिश नहीं हुई थी। इससे छह लाख क्यूसेक से अधिक पानी कोसी नदी और इतनी ही गंडक से निकली है। यह प्राकृतिक आपदा है। संजय झा रविवार को मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि सारा प्रशासन लगा हुआ है। नाव से लोगों को पर्यावरणीय सुरक्षित स्थान पर ले जाया जा रहा है।
उत्तर बिहार को सुरक्षित रखना है तो स्थायी समाधान होना चाहिए। इसके लिए कोसी में हाईडैमडेमिनेशन करना चाहिए। इस बार के बजट में भारत सरकार ने कहा है कि बिहार में बराज है। इस बाढ़ का प्रकोप काफी हद तक कम होगा। प्रधानमंत्री के निर्देश पर केंद्रीय समिति ने बिहार पर्वतीय संबंधित स्थानों पर पांच बराज बनाने का प्रस्ताव दिया है। मुझे लगता है कि ये बाढ़ उत्तर बिहार में बाढ़ से हद तक राहत पाने के लिए बनी है। उन्होंने यह भी कहा कि इस बार बाढ़ की जो स्थिति है, उसमें बिहार सरकार का भी सहयोग है जो देश को बहुत बड़ा नुकसान पहुंचा रहा है.