बाढ़ में जनतांत्रिक गठबंधन में चुनावी नेता; बचपन की बेटियाँ मीसा और रोहिणी ने नीतीश को बहुत पसंद किया

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मीसा भारती और बिहार के पूर्व कम्युनिस्ट रोहिणी शिक्षक ने बाढ़ का ठीकरा नीतीश कुमार पर फोड़ा है। मीसा भारती ने कहा कि बिहार में हर साल बाढ़ आती है. आशा थी कि मुख्यमंत्री से लेकर विभाग के अधिकारी सावचेतीवादी। वहीं रोहिणी ने सरकार पर कुंभकर्णी नींद में सोने का आरोप लगाया है।

-सुधीर कुमार लाइव हिंदुस्तान,पटनारविवार, 29 सितंबर 2024 10:32 पूर्वाह्न
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पड़ोसी देश नेपाल में वर्षा भारी के भारतीय क्षेत्र में पानी छोड़े जाने और कोसी और वाल्मिकीनगर बराजों से रिकार्ड पानी के लोकतंत्र के बाद बिहार में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। गंगा नदी के बाद कोसी और गंडक नदियाँ उफान पर हैं। राज्य की कई नदियां रौद्र रूप में धारण की गई हैं, जिनकी आबादी करोड़ों में है। बाढ़ की वजह से विभिषिका को देखते हुए जल अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गयीं। इस बीच मलाशय पर सिसायसैट भी शुरू हो गया है। राजद सुप्रीमो सुप्रीमो यादव की बेटियों मीसा भारती और रोहिणी ने नीतीश कुमार पर विवाद का आरोप लगाया है। दोनों ने कहा है कि आम जनमानस और सरकारी तंत्र से कुछ नहीं हो रहा है।

पाटलिपुत्र सांसद मीसा भारती और बिहार के पूर्व संसदीय क्षेत्र रोहिणी के आचार्य ने बाढ़ का ठीकरा नीतीश कुमार पर फोड़ा है। मीसा भारती ने कहा कि बिहार में हर साल बाढ़ आती है. हमसे अपेक्षा थी कि मुख्यमंत्री से लेकर संबंधित विभाग के अधिकारी इसे लेकर सावचेतना साझीदारी करेंगे। बाढ़ की समस्या से निदान की तैयारी की जाएगी। उन्होंने कहा कि जब मेरे संसदीय क्षेत्र पाटलिपुत्र में बाढ़ जैसे हालात बने तो मुख्यमंत्री और अधिकारी चुप हो गए। राज्य में लगातार पुल और पुलिए बंद हो रहे हैं लेकिन सरकार कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने दावा किया कि राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ता क्षेत्र में बाढ़ से पीड़ित लोगों को राहत पहुंचा रहे हैं।

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सिंगापुर में रहने वाली एलिज़ाबेथ यादव की बेटी और रोहिणी आचार्य भी अपने क्षेत्र में देख रही हैं। उन्होंने भी बाढ़ से तबाही को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मुख्यधारा पर आधारित बताया। कहा कि जब बिहार के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं तो मुख्यमंत्री और उनके अधिकारी कुंभकर्णी नींद में सो रहे हैं। और जब चुनाव का वक्त आएगा तो जग जाएंगे और लोगों के बीच वोट की ताकत तक पहुंच जाएंगे। उन्हें चुनाव के समय भी नामांकन कराना चाहिए।

रोहनिया आचार्य ने बिहार में बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की। कहा कि बाढ़ की स्थिति भयावह है। ऐसे में जिन लोगों की क्षति हुई है, उनकी स्टॉकिस्ट नियुक्ति होनी चाहिए। जिन लोगों के परिवार के सदस्यों की मृत्यु हो गई है उन्हें भी सरकारी लाभ दिया जाना चाहिए।



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