रोहिणी आचार्य ने कहा था कि ‘बाढ़ की स्थिति तो एक प्रकार की है लेकिन सरकार कुंभकर्ण की तरह सोइ हुई है। इससे जो नुकसान हुआ है, जिनके बच्चों की मौत हुई है, उन्हें भी मुआवज़ा मिलना चाहिए। हमारी मांग है कि सरकार इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करे और सरकारी मुआवजा दे।
बिहार के 13 से अधिक जिले बाढ़ प्रभावित हैं। इस बीच अब राष्ट्रीय जनता दल (राजद) राष्ट्रपति व्लादिमीर प्रसाद की बेटी और मुस्लिम क्षेत्र की पूर्व उम्मीदवार रोहिणी आचार्य ने बिहार में बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की है। रविवार को वह पटना से अटलांटिक संसदीय क्षेत्र में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को बाढ़ से राहत दिलाने के लिए रवाना हुए। अशांत होने के पूर्व दसर्क सोल रोड स्थित आवास के समीप उन्होंने मीडिया से बातचीत में राज्य सरकार पर आपदा में कुंभकर्णी नींद में सोए आवास का आरोप लगाया।
रोहिणी आचार्य ने कहा था कि ‘बाढ़ की स्थिति तो एक प्रकार की है लेकिन सरकार कुंभकर्ण की तरह सोइ हुई है। इससे जो नुकसान हुआ है, जिनके बच्चों की मौत हुई है, उन्हें भी मुआवज़ा मिलना चाहिए। हमारी मांग है कि सरकार इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करे और सरकारी मुआवजा दे।’