साइबर ठगी करने वाले आरोपी पुलिस की गिरफ्त में।
चंडीगढ़ में करोड़ों की ऑनलाइन ठगी करने वाले 3 अलग-अलग मामलों में साइबर सेल पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी ब्लैकरॉक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का झांसा देकर लोगों से पैसे ठग रहे थे।
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आरोपियों की लोकेशन ट्रेस कर गुजरात से गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों को डीएसपी वेंकटेश की सुपरविजन में साइबर सेल इंचार्ज इंस्पेक्टर इरम रिजवी की अगुआई वाली टीम ने गिरफ्तार किया है।
पहला मामला : ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का झांसा दिया
पुलिस को दी शिकायत में चंडीगढ़ सेक्टर 21 के रहने वाले कनव खन्ना ने बताया कि एक फर्जी ऐप के जरिए ब्लैकरॉक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का झांसा देकर ₹ 1 करोड़ 8 लाख 50 हजार की ठगी की गई। उसे वॉट्सऐप ग्रुप “FF ब्लैकरॉक इन्वेस्टमेंट इंस्टीट्यूट” में जोड़ा गया, जहां शुरू में मुनाफा दिखाकर विश्वास दिलाया गया। बाद में पैसे वापस मांगने पर उसे धमकी देकर और पैसे डलवाने को कहा गया। जिसके बाद जब पुलिस ने जांच की तो सामने आया कि 49 लाख गुजरात निवासी माधव प्रजापति के खाते में ट्रांसफर हुए थे। पुलिस ने गुजरात के बोटाद जिले के बारवाला से उसे गिरफ्तार किया। आरोपी ने खुलासा किया कि उसने 20 हजार कमीशन पर खाता खुलवाकर एटीएम और केवाईसी किट दूसरों को सौंप दी थी। मामले में पुलिस ने धर्मेंद्र सिंह, माधव प्रजापति, जिसके खाते में ₹49 लाख ट्रांसफर हुए और वघेला प्रफुल को गिरफ्तार किया है।
साइबर ठगी करने वाले आरेापी।
दूसरा मामला : एप डाउनलोड करा बैंक से लिया लोन
पुलिस को सेक्टर 40 के रहने वाले सतिंदरपाल सिंह चहल ने बताया कि उसके नाम एक फेडएक्स पार्सल में नशीला पदार्थ मिला है। विश्वास दिलाकर स्काइप ऐप डाउनलोड करवाया गया और बैंक की डिटेल्स ले ली गईं। इसके बाद उसके नाम से 10 लाख का लोन पास करवाकर 9 लाख 76 हजार 400 पंजाब नेशनल बैंक में ट्रांसफर कर लिए गए।
जिसके बाद पुलिस ने जांच में पता चला कि रकम गुजरात में इस्तेमाल हुई। विजापुर, जिला मेहसाणा से 2 आरोपी ठाकोर गौतम मवाजी और पटेल हीरेन कुमार मुकेश कुमार को गिरफ्तार किया।
तीसरा मामला : ऑनलाइन टास्क के नाम पर लगवाए पैसे
पुलिस को मनीमाजरा के रहने वाले विकास शर्मा ने बताया कि वॉट्सऐप ग्रुप “CoinDCX-8.com इन्वेस्टमेंट इंस्टीट्यूट” में जोड़ा गया और उसे ऑनलाइन टास्क और सर्वे पूरे करने के नाम पर पैसे लगाने के लिए कहा गया। शुरू में रिटर्न का झांसा दिया गया, लेकिन बाद में बार-बार अलग-अलग चार्ज के नाम पर और पैसे मांगे गए। अंत में उसे ब्लॉक कर दिया गया।
जांच में सामने आया कि 32 हजार 740 की ट्रांजैक्शन मिस्टर वघेला प्रफुल के नाम पर रजिस्टर्ड खाते में हुई। पुलिस ने गुजरात के भरूच से वघेला प्रफुल को गिरफ्तार किया।