यूक्रेन में सोमवार को जुलुस ए मोहम्मदी का कार्यक्रम हुआ, जिसमें जामा मस्जिद और गौसिया मस्जिद के तलबा और स्थानीय लोग शामिल हुए। जुलूस के दौरान हजरत मोहम्मद की जीवनी पर चर्चा की गई और उनके जीवन से सबक…
वुइनांडांड प्रतिनिधि। युज़ुनदंड में सोमवार को पूरे शान व शौक़त के साथ जुलुस ए मोहम्मदी निकला। जुलुस की शुरुआत सलातो सलाम के साथ हुई। जूलुस शहर का मुख्य मार्ग फुलवार बागान (आजाद बागान) से उत्पन्न होता है। जिसके बाद पुनः आरंभ हुआ बिरसा चौक डिपाटोली में जामा मस्जिद के निकट पहुंच कर सलाम और दुआ के साथ जुलूस निकाला गया। इस जुलूस में जामा मस्जिद व गौसिया मस्जिद के तलबा व जुमुन कमेटी व जुमुनिया मस्जिद के लोग शामिल थे। जुलूस के दौरान नारे लगाए जा रहे थे। वहीं जुलूस के दौरान हजरत मोहम्मद के शान में ओलमाओ व तलबाओ के द्वारा नात पढ़ी जा रही थी। वहीं जामा मस्जिद के मोहतमिम मौलाना रयाज रिजवी, गौसिया मस्जिद के मोहतमिम मौलाना सरवर फजी और अन्य ओलमाओ के हजरत मोहम्मद की जीवनी के बारे में विस्तार से बताया गया है। बताया गया कि हमें हजरत मोहम्मद की जीवनी से सबक हासिल करना चाहिए और उनके अज्ञात मार्ग पर जाना चाहिए। उनके स्वामित्व मार्ग पर ही कार्य पूरा किया जा सकता है। अपनी जिंदगी में उन्हें बहुत परेशान किया गया लेकिन हक का पैगाम लोगों तक नहीं पहुंचा। हजरत मोहम्मद के जन्म की खुशी में 12 रबीउल मस्जिद में दीन युकी की याद में ईद मिलादुन्नबी नबी मनाई जाती है। इस अवसर पर जगह-जगह पर लंगर और फल-फूल बाँटे गए। मौसा परहा फ़िज़ जिशान रज़ा कारी गुलाम अहमद रज़ा वामिक अमीर नदीम अख्तर गाइबी शहीद शेख शमशीर रज़ा जामा मस्जिद गौसिया मस्जिद के अंजुमन के सदर इमरान अली म जूल अस्क्री, सिक्रेटरी मजहर खान ग्रैवी अक्की, खजांची मोहम्मद अहमद तस्वर सचिव जमदशेद खान खुर्शीद आलम अज़ामी अहमद डॉ फ़ौज विचारधारा हशन सईद अहमद अहमद समेत सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद थे।