बीते सोमवार को अहमदाबाद में 2 महीने के एक बच्चे की HMPV रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी।
जहां चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के मामलों में बढ़ोतरी से दुनिया हैरान है। वहीं कल (9 जनवरी) को अहमदाबाद में वस्त्रपुर में रहने वाले एक 80 वर्षीय व्यक्ति के पॉजिटिव पाए जाने के बाद शहर के ही दक्षिण बोपल इलाके में रहने वाले एक 9 महीने के
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वहीं, उत्तर गुजरात के साबरकांठा के प्रांतिज तालुका के एक गांव में संदिग्ध एचएमपीवी वायरस की रिपोर्ट मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने नमूने जांच के लिए अहमदाबाद और गांधीनगर भेजे हैं। गुजरात समेत भारत के चार राज्यों में इस वायरस के मामले सामने आ चुके हैं। इस वायरस के सभी मरीज बच्चे हैं। गुजरात का स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है और एचएमपीवी की संभावित स्थिति से निपटने के लिए राज्य के विभिन्न अस्पतालों में आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
9 महीने के बच्चे की हलात गंभीर अहमदाबाद के दक्षिण भोपाल में रहने वाले 9 महीने के बच्चे को इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 6 जनवरी को बच्चे को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जिसकी रिपोर्ट 9 जनवरी को पॉजिटिव आई है। मेडिकल ऑफिसर डॉ. स्मृति मेहता ने बताया कि बच्चा तीन दिनों से भर्ती है। पहले दिन जब बच्चे को भर्ती कराया गया तो उसे सांस लेने में दिक्कत हुई। फिलहाल बच्चा आईसीयू में वेंटिलेटर पर है और सरकारी गाइडलाइन के मुताबिक उसका इलाज किया जा रहा है, लेकिन बच्चे की हालत गंभीर है।
तीन दिन पहले 7 साल के बच्चे की रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी तीन दिन पहले प्रांतिज तालुका के एक ग्रामीण इलाके में खेत में काम करने वाले एक मजदूर परिवार के 7 वर्षीय बेटे को संदिग्ध मामले के रूप में गांधीनगर-अहमदाबाद भेजा गया था, जिसे हिम्मतनगर के बेबीकेयर अस्पताल में लाया गया था। बुखार, सर्दी, खांसी होने पर डॉक्टर ने उसका एक्स-रे कराया और निमोनिया का असर दिखा तो निजी लैब में सैंपल लिया गया, जिसकी रिपोर्ट कल शाम आई। इसमें एचएमपीवी वायरस था। इसकी सूचना जिला स्वास्थ्य विभाग को दी गई। बच्चा फिलहाल बेबीकेयर अस्पताल में है, जो पिछले 72 घंटों से आईसीयू में वेंटिलेटर पर है और उसका इलाज चल रहा है।
अहमदाबाद में 2 महीने का बच्चा पॉजिटिव बीते सोमवार को अहमदाबाद में 2 महीने के एक बच्चे की HMPV रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी। बच्चे का एक प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। सर्दी और तेज बुखार होने के चलते इस बच्चे को करीब 20 दिन पहले अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।लेकिन अब उसे छुट्टी दे दी गई है।
सरकार बोली- फ्लू जैसी बीमारियों की जांच के लिए सिस्टम मौजूद सरकार ने कहा कि भारत में ICMR और IDSP के जरिए इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (ILI) और इन्फ्लूएंजा के लिए गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (SARI) के लिए मजबूत निगरानी सिस्टम मौजूद है। दोनों एजेंसियों के आंकड़ों से पता चलता है कि ILI और SARI मामलों में कोई असामान्य बढ़त नहीं हुई है।
हालांकि यह भी कहा गया कि एहतियात के तौर पर ICMR, HMPV की टेस्टिंग करने वाली लैब की संख्या बढ़ाएगा। साथ ही पूरे साल HMPV के मामलों पर नजर रखेगा।
सवाल: HMPV वायरस कैसे फैलता है? जवाब: HMPV वायरस खांसने और छींकने से फैलता है। यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है। संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने, वायरस से संक्रमित किसी वस्तु को छूने से भी यह फैल सकता है। इसके लक्षण संक्रमित होने के बाद 3 से 5 दिनों में दिखने लगते हैं।
सवाल: HMPV डिजीज के लक्षण क्या हैं? जवाब: इसका सबसे कॉमन लक्षण खांसी और बुखार है। शुरुआत में इसके लक्षण सामान्य वायरल जैसे ही दिखते हैं, लेकिन वायरस का असर अगर ज्यादा है तो निमोनिया और ब्रोंकाइटिस होने का खतरा भी हो सकता है। इसके क्या लक्षण हैं, ग्राफिक में देखिए: