राजगढ़ जिले के बाढ़गांव की सात वर्षीय वाहिनी गुप्ता ने शनिवार रात इंदौर के अरबिंदो अस्पताल में दम तोड़ दिया। छह दिन पहले खुजनेर में एक शादी समारोह के दौरान वह ठंडी नाइट्रोजन से भरे टैंक में गिर गई थी।
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खेलते समय नाइट्रोजन टैंक में गिरी
6 मई को खुजनेर में आयोजित शादी समारोह में सजावट के लिए रखे गए नाइट्रोजन टैंक में खेलते समय बच्ची अनजाने में गिर गई। अत्यधिक ठंडक के कारण उसका करीब 80% शरीर झुलस गया। स्थानीय इलाज के बाद उसे इंदौर रेफर किया गया, जहां वेंटिलेटर सपोर्ट के बावजूद उसकी जान नहीं बच सकी।
वाहिनी गुप्ता ने शनिवार रात इंदौर के अरबिंदो अस्पताल में दम तोड़ दिया।
मौत के बाद वाहिनी के परिजनों ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए उसका नेत्रदान किया। ग्रामीणों ने बताया कि अब उसकी आंखें किसी और की रोशनी बनेंगी। यह निर्णय न केवल प्रेरणादायी है, बल्कि समाज को नई सोच की दिशा भी देता है।
सतर्कता से टल सकता था हादसा
इस घटना ने शादी समारोहों में खतरनाक सजावट सामग्री के उपयोग पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से ऐसी व्यवस्थाओं पर कड़ी निगरानी और नियंत्रण की मांग की है। बाढ़गांव और आसपास के क्षेत्रों में शोक की लहर है, और लोगों का मानना है कि थोड़ी सतर्कता से यह दुर्घटना टाली जा सकती थी।