भारतीय जनता पार्टी की पंजाब इकाई के अध्यक्ष सुनील जाखड़ आज राज्य इकाई की बैठक में शामिल नहीं हुए, जिसके बाद पार्टी के प्रदेश प्रभारी विजय रूपानी ने स्पष्ट किया कि वह किसी निजी काम से दिल्ली गए हैं। उन्होंने कहा कि अफवाहें उड़ती रहती हैं जाखड़ ने प्रदेश अध्यक्ष पद से नहीं छोड़ा है।
वरिष्ठ भाजपा नेता जाखड़ पिछले कई दिनों से पार्टी की एकजुटता में हिस्सा नहीं ले रहे हैं। पिछले सप्ताह उन्होंने पार्टी की संस्था अभियान की बैठक का हिस्सा भी नहीं लिया था, जिसके बाद यह खबर आई थी कि वह जल्द ही राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे देंगे। पंजाब भाजपा ने पिछले हफ्ते संयुक्त राष्ट्र मीडिया की खबरों को खारिज कर दिया था, जिसमें जाखड़ के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की बात कही गई थी। पार्टी ने इसे ‘पूरी तरह से निराधार’ बताया था। सोमवार को श्लोक से बात करते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री रह चुके रूपानी ने कहा कि जाखड़ किसी निजी काम से दिल्ली गए हैं। जाखड़ के निधन को अफवाह बताते हुए नोटानि ने कहा कि जाखड़ जी ने आजादी नहीं दी है। वह प्रदेश इकाई के अध्यक्ष हैं और हम उनके नेतृत्व में काम कर रहे हैं।
रूपानी ने कहा कि इंस्टिट्यूट अभियान में जाखड़ मौजूद थे। यह पूछे जाने पर कि जाखड़ पार्टी से क्या नाराज हैं, रूपानी ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। वह कुछ दिनों में अपना काम ख़त्म करके राज्य में वापस आ गया। जाखड़ को जुलाई 2023 में पंजाब में भाजपा प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्होंने भाजपा नेता अश्विनी शर्मा की जगह प्रदेश के अध्यक्ष के रूप में सोमनाथ को हिरासत में ले लिया था। पंजाब कांग्रेस के विधानसभा चुनाव हार जाने के तीन महीने बाद जाखड़ कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे।