कानपुर में ब्रास पाउडर कारोबारी ने ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी। जीआरपी पुलिस को उसके पास एक सुसाइड नोट बरामद किया जो कि स्टाम्प पेपर पर लिखा हुआ था। सुसाइड नोट में कारोबारी ने लिखा था कि वो अपनी बीमारी से परेशान है जिसके कारण वो यह कदम उठा रहा है।
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गोविंद नगर निवासी धर्मपाल अजवानी (65) ब्रास पाउडर कारोबारी थे। उनके परिवार में पत्नी संगीता के अलावा बेटा पुनीत है जो लखनऊ में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। परिजनों के मुताबिक, धर्मपाल सोमवार की दोपहर घर से खाना खाकर निकले थे। इस दौरान उन्होंने किसी को कोई जानकारी नहीं दी।
डेढ़ सौ और दस रुपए के स्टाम्प पर लिखा नोट
धर्मपाल ने डेढ़ सौ व दस रुपए का स्टाम्प पेपर पर सुसाइड नोट लिखा था। जिसमें उन्होंने लिखा मैं जो कदम उठाने जा रहा हूं, इसमे किसी का कोई दोष नहीं है। मैं बीमारी से पीड़ित हूं। यह लिखने के बाद धर्मपाल सेन्ट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर 3 पर पहुंचे और वहां आ रही ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी।
भतीजे के मोबाइल पर आया फोन
जीआरपी इंस्पेक्टर ओम नारायण सिंह ने बताया कि मृतक के पास से मोबाइल फोन के अलावा सुसाइड नोट बरामद हुआ था। उसमें मृतक के भतीजे का नम्बर मिला। फोन कर परिजनों को जानकारी दी गई थी। परिजनों के आने के बाद लिखापढ़ी कर पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया था। परिजनों द्वारा कोई तहरीर दी जाती है तो जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।