पूरी दुनिया में मंगलवार को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाएगा। उदयपुर जिले समेत पूरे संभाग में यह रोग तेजी से पांव पसार रहा है। आरएनटी मेडिकल में हर साल 4 हजार से अधिक नए कैंसर रोगी सामने आ रहे हैं। निजी अस्पतालों के रोगियों को जोड़ा जाए तो यह आंकड़ा लगभग दो
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इस बीच, आरएनटी ने सरकार को उदयपुर में कैंसर का रीजनल सेंटर खोलने का प्रस्ताव भेजा है। इसमें 100 करोड़ के खर्च का अनुमान जताया है। अगर यह मंजूर होता है तो प्रदेश में जयपुर के बाद दूसरा सेंटर होगा। प्रिंसिपल डॉ. विपिन माथुर ने बताया कि सेंटर खुलने से मरीजों को बेहतरीन व समय पर उपचार मिलेेगा। पीपीपी माेड पर कैंसर के इलाज में काम आने वाली लीनियर एक्सीलरेटर और पेट सीटी मशीन लगाने का भी विचार है।
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साल 2024 में आरएनटी में 28559 कैंसर मरीज थे। इस आंकड़े में चार साल में 9021 रोगियों की बढ़ोतरी हुई है। अगर हर साल की दर को देखें तो 2023 के मुकाबले 2024 में नए कैंसर मरीजों के रजिस्ट्रेशन में हल्की मामूली गिरावट आई है। साल 2024 में 4663 नए कैंसर रोगी मिले, जबकि साल 2023 में यह संख्या 4909 थी।
आरएनटी मेडिकल कॉलेज के कैंसर विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. नरेंद्र सिंह राठौड़ बताते हैं कि दुनियाभर में कैंसर के 100 से अधिक प्रकार हैं। लेकिन हमारे यहां अभी लगभग 80 फीसदी मरीज मुंह-नाक-गला, बच्चेदानी, स्तन व लंग कैंसर के सामने आ रहे हैं। इनके अलावा पेट की आंत, लिम्फ नोड, ब्लड कैंसर, प्रजनन अंग, टेस्टिस, ओवरी, सारकोमा, स्किन, प्रोस्टेट, ब्रेन समेत अन्य कैंसर के रोगी भी मिल रहे हैं।
चिंता की बात यह है कि आम लोगों में यह रोग होने की औसत उम्र भी कम हो गई है। अब 40 की उम्र में भी यह रोग लोगों काे घेरने लगा है। इसके लिए सतर्क रहकर बेहद जरूरी है। लक्षण दिखते ही प्राइमरी स्टेज पर तुरंत उपचार शुरू किया जाए तो कैंसर की बचने की संभावना भी है।