राजस्थान में अब सरकारी नौकरी के लिए भर्ती परीक्षा में विद्यार्थियों को चिंता नहीं होनी चाहिए। पुरुष महिला और बस्तियो की पूरी क्लास की शर्ट्स को डिविजनल क्लास का हिस्सा नहीं बनाया जाएगा। कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष आलोक राज ने खुद को सोशल मीडिया पर शामिल किया है। उन्होंने एक्स पर लिखा- बोर्ड के परीक्षा केंद्र में ड्रेस से संबंधित बदलाव- अब आपकी शर्ट की बाजू नहीं कटी जाए ऐसा ऑर्डर जारी कर रहे हैं, नोटफिक्स जल्द ही रिलीज होगी। पूरी बाजू की शर्ट शर्ट वाली मगर सादा बटन वाली।
उल्लेखनीय है कि इस बार बोर्ड की सख्त जांच के तहत कई बार खराब स्थिति का सामना करना पड़ा है। राजस्थान राज्य कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से कार्यक्रम सामान्य सुविधा परीक्षा के दौरान जनेऊ उतरवाने पर विवाद शुरू हो गया है। शुक्रवार 27 सितंबर को जयपुर में एक मार्केटिंग सीट की परीक्षा दी गई। परीक्षा केंद्र में प्रवेश से पहले डॉक्टर जांच कर रहे थे। इस दौरान एक स्कूटर के जनेऊ का सामना करना पड़ा। सहकर्मियों ने इसे नापसंद कर दिया। बाद में यह मामला परीक्षा केंद्र के कप्तान यानी स्कूल के शिक्षकों के पास पहुंचा। एंटरप्राइज़ ने भी स्टूडियो से जनेऊ उत्कर्ष कर ही परीक्षा केंद्र में प्रवेश की बात कही। ऐसे में कलाकारों को जनेऊ उत्परिवर्तित किया गया।
विवाद बढ़ने के बाद राज्य कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष मेजर आलोक राज ने कहा कि बोर्ड के बोर्ड में किसी भी तरह के लॉकेट या मेटल से बने आइटम के नियम नहीं हैं। जनेऊ को लेकर अलग से कोई नियम नहीं बने हैं, लेकिन अगर जनेऊ पर कोई धातु से बना सामान बंधा हो तो छूटना तय है। मेजर आलोक राज ने कहा कि जो मामला अब सामने आया है, उसकी जांच की जा रही है। भविष्य में ऐसे नियम तय हो जाएंगे, जिससे विवाद की स्थिति पैदा नहीं होगी।